विराटनगर/न्युज वर्ल्ड
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में पत्रकारों के लिए प्रस्तावित कानून का इंटरनेशनल प्रेस क्लब पुरजोर विरोध करता है। यह कानून पत्रकारों की स्वतंत्रता पर कुठाराघात है। इंटरनेशनल प्रेस क्लब के संस्थापक महासचिव शशांक राज ने कहा कि किसी खबर पर कोई आपत्ति जताने पर दस लाख के जुर्माना देने वाला कानून प्रेस की स्वतंत्रता को समाप्त कर उसे गुलाम बनाने वाला कानून है। हमारी संस्था इसका पुरजोर विरोध करती है। श्री राज ने बताया कि अगर हम किसी खबर को किसी पुख्ता प्रमाण के साथ प्रकाशित करते है तो इस पर सम्बंधित व्यक्ति के द्वारा मामले को लेकर थाना में शिकायत का डर बना रहेगा जिससे कोई भी खुलासा कर पाना सम्भव नहीं। जो कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को जंजीर में बांधने की कयावद है। इस प्रकार के तानाशाही कानून को कभी बर्दाश्त नही किया जाएगा। श्री राज ने बताया कि नेपाल में क्लब के विभिन्न जिले में 73 सदस्य है ।