फॉरबिसगंज, संवाददाता
फारबिसगंज बड़ी मस्जिद के ईमाम मौलाना अब्दुल मतीन नोमानी साहब के निधन पर नागरिक संघर्ष समिति द्वारा मंगलवार की सुबह स्थानीय जे पी सभा भवन में एक श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया । जिसमें हर तबके के लोग शामिल होकर अपनी शोकसंवेदना प्रकट की कार्यक्रम की अध्यक्षता बछराज राखेचा ने की ।
श्रद्धांजलि सभा में बुद्धिजीवियों ने कहा कि मरहूम मौलाना मतीन ने फारबिसगंज बड़ी मस्जिद में लगभग 52 वर्ष तक इमामत की तथा हिंदू-मुस्लिम एकता व भाईचारगी पर पूरी ज़िंदगी जोर देते रहे । यही कारण है कि उनके इंतकाल पर आज पूरे सीमाँचल के लोग उनके पैतृक गांव सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) में सम्पन्न आखिरी सफ़र में शामिल होने के लिए उमड़ पड़े ।
सभाध्यक्ष श्री राखेचा , नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष शाहजहां शाद , संचालन कर रहे रमेश सिंह व आफताब आलम आदि वक्ताओं ने कहा वो ऐसे फ़ाज़िल थे जिनके रहने से गंगा जमुनी तहजीब की डोर कभी नहीं टूटी । उनके विचारों से इस गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखने का काम करेंगे ।
मौके पर अबुल हसन ,आफ़ताब आलम ,औरंगजेब आलम ,सैफ अली खान, राम कुमार भगत, मुमताज़ शेख़ ,राहिल खान , श्री कुमार ठाकुर , गुड्डू अली , मो.नासिर अंसारी , मौलाना रिज़वान ,मौलाना मोतिउर रहमान ,नियाज़ अहमद , नेहाल अख्तर आदि ने मरहूम मौलाना के साथ अपनी अपनी यादों को ताजा करते हुए दो मिनट का मौन रख दिवंगत आत्मा के शांति के लिए प्राथना की । लगातार हो रही बारिश की वजह से अपेक्षाकृत कम उपस्थिति रही ।