

फॉरबिसगंज, संवाददाता
फारबिसगंज में भूख हड़ताल पर बैठे पार्षद अमित पर चर्चित जानलेवा हमला मामले में पुलिस ने पीड़ित के फर्द बयान के आधार पर 04 नामजद लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटनास्थल व आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले हैं ।
वहीं आरोपी बनाए गए पूर्व नप अध्यक्ष अनूप कुमार जायसवाल ने इस बावत दूरभाष पर पूछे जाने पर कहा मामला स्वयम्भू घटित एवं आगामी नप अध्यक्ष चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से पूरी प्लानिंग के साथ घटायी गयी है । जांच में शामिल पुलिस पदाधिकारियों और कानून पर उन्हें पूरा भरोसा है , जो जांचोपरांत मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे। कहा अनशन पर बैठे वार्ड पार्षद के उपर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं ।
इधर पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के बाद फारबिसगंज थाने में तैनातअनि विमल कुमार मंडल ने पूर्णिया मैक्स अस्पताल जाकर इलाजरत घायल वार्ड पार्षद अमित कुमार का फर्द बयान लिया, जिसमें उन्होंने राजनीतिक साजिश के तहत जानलेवा हमला कराये जाने की बात जोर देकर कही है ।
बताते हैं कि इसी फर्द बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया है। जिसमें वर्तमान में मुख्य पार्षद पद की उम्मीदवार वार्ड पार्षद चंदा जायसवाल , पूर्व नप अध्यक्ष अनूपकुमार जायसवाल , इरफान अंसारी और वर्तमान उप मुख्य पार्षद मोतिउर रहमान उर्फ मोती खान पर राजनीतिक साजिश के तहत हत्या कराने की साजिश का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है ।
दूसरी ओर शहर के प्रबुद्धजनों का मानना है कि मामला जो भी हो वह तो समय के साथ साथ पुलिस की गहन अनुसंधान में देर सबेर सामने आ हीं जाएगा । पर आखिर क्या वजह है कि वित्तीय अनियमितता से जुड़े चर्चित प्रशासनिक भवन निर्माण मामले में ठोस कारवाई से नप प्रशासन से लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार ( पटना ) हिचकिचाहट दिखा रही है ?
